माफी की शक्ति
रामू और श्याम पड़ोसी थे, लेकिन वे लड़ते रहते थे।
एक दिन, गलती से श्याम ने रामू के खेत में घुसकर कुछ फसलें नष्ट कर दीं। रामू गुस्से में आकर श्याम पर चिल्लाया।
श्याम माफी मांगना चाहता था, लेकिन रामू सुनना नहीं चाहता था।
कुछ दिनों बाद, रामू की पत्नी ने उसे समझाया कि माफी में शक्ति है। रामू ने सोचा और श्याम को माफ कर दिया।
दोनों ने गले मिलकर अपने रिश्ते को मजबूत किया।
इस घटना ने रामू को सिखाया कि माफी न केवल दूसरों को, बल्कि खुद को भी मुक्त करती है।
उसने अपने गुस्से पर काबू पाना सीखा और गाँव में सभी के साथ अच्छे रिश्ते बनाए। माफी ने उसके जीवन को बदल दिया।